Britain ke Shahi parivar ke marne se pahle kyon hoti hai Antim sanskar ki Reharsal: गीता में श्री कृष्ण ने लिखा है कि मानव जीवन में एक बात तय है। अगर किसी भी व्यक्ति या पशु, पक्षी जन्म हुआ है। तो उसकी मृत्यु निश्चित है। इस दुनिया में कोई अमर नहीं है। अगर कोई है जिसे मृत्यु भी नहीं आती तो वो खुद मृत्यु है। दोस्तों हम जैसे साधारण लोगों की मौत जब होती है। तो मरने के बाद अंतिम संस्कार की तैयारियां की जाती है लेकिन ब्रिटेन वह मुल्क जिसने दुनियाभर मे 50 से ज्यादा देशों पर राज किया। उस ब्रिटेन के शाही परिवार में किसी की मौत से पहले वहां उसके अंतिम संस्कार की प्रैक्टिस की जाती है। यह सब प्रोटोकॉल के तहत होता है । शाही लोगों का अंदाज और उनकी परम्परा की यह नुमाइश कोई नई नहीं है । बल्कि सदियों से यह परम्परा चली आ रही है । ब्रिटेन के शाही परिवार में हर साल एक अंतिम संस्कार की प्रैक्टिस पूरे विधिवत तरीके से होती है । इसके लिए परेड निकलती है कितने लोग अंतिम संस्कार में शामिल होंगे इसकी सूची तैयार होती है । अन्तिम संस्कार जहां होगा । उस रुट को प्रैक्टिस वाले दिन साफ किया जाता है । ताबूत में पुतला रखा जाता है मतलब साफ है कि शाही परिवार के ताकतवर शख्स के मरने के बाद किस तरह से उसका अंतिम संस्कार होगा । इसकी फुल रिहर्सल की जाती है । यहां तक कि महारानी के मरने पर कई देशों की मुद्रा करेंसी बदल जाने का अंदेशा है। ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का निधन पिछले साल हो गया था। उनके पति की मौत उनसे पहले ही हो चुकी थी ।इस समय ब्रिटेन राजकुमार प्रिंस चार्ल्स है। जिन्हे एलिजाबेथ द्वितीय की जगह ब्रिटेन का राजकुमार बनाया है। लेकिन क्या आपको पता है कि जब प्रिंस चार्ल्स बीमारी से जूझ रहे होंगे। और अपनी मौत के नजदीक होंगे। तो उनके मरने से पहले उनके अंतिम संस्कार को पूरी रीति रिवाज और शाही अंदाज में किया जायेगा। किसी प्रकार की चूक ने हो इसके लिए हर साल रिहर्सल कराया जाता है ।
Prince Charles ki maut ke bad briten ka kya hoga
यह वह सवाल है जो पूरी दुनिया के लिए एक अबूझ पहेली की तरह है। इसे सवाल के जीवन को जानने की उत्सुकता हर देश को होती है। खासकर जहां ब्रिटेन की हुकूमत रही है । एक रिपोर्ट के अनुसार महाराज प्रिंस चार्ल्स की मौत के बाद लंदन में इतनी भीड़ होगी की संभालना मुश्किल हो जाएगा । इसलिए प्रिंस चार्ल्स की मौत से पहले उनके शाही निधन का कार्यक्रम पहले से तैयार कर लिया गया है। उनके निधन के बाद जो तैयारियां होगी। उसे ऑपरेशन लंदन ब्रिज के नाम से जाना जाएगा। एलिजाबेथ के निधन वाले दिन को लोग डी डे के रूप में जानेंगे । निधन के ठीक दस दिन बाद उन्हें दफनाया जाएगा । प्रिंस चार्ल्स के ताबूत को तीन दिनों तक संसद भवन में रखा जाएगा । मौत की खबर सबसे पहले उनके सेक्रेटरी को मिलेगी । फिर वो खबर ब्रिटेन प्रधानमंत्री तक जाएगी। फिर वहां से सभी को बताया जाएगा। शाही अंतिम संस्कार में ब्रिटेन के लोग तो रहेंगे साथ ही अन्य देशों के मुख्य अतिथि भी जाएंगे। लंदन की सड़को पर इतनी भीड़ होगी की ग्रिड लॉक पुलिस को संभालना मुश्किल हो जाएगा । महारानी की मौत के बाद नए किंग युनाइटेड किंगडम के चार देशों की यात्रा करेंगे। महाराज प्रिंस चार्ल्स जहां रहते है। उसे बकिंघम पैलेस कहते है उनकी मौत के बाद पूरे बकिंघम पैलेस को दुल्हन कि तरह सजाया जाएगा । एक दिन का राष्ट्रीय शोक होगा। ब्रिटेन का झंडा कुछ दिनों तक झुका रहेगा।
Prince Charles ki maut ke bad kin desho ki currency Badlti hai
आपको यह जानकर शायद थोड़ा सा आश्चर्य हो रहा होगा कि क्या किसी के मरने से दूसरे देश की करेंसी पर भला क्या फर्क पड़ेगा। लेकिन आप गलत सोच रहे हैं। प्रिंस चार्ल्स के मरने के बाद की ताकत को आप नहीं जानते। आप शायद जानते ही नहीं है की ब्रिटेन कि महाराज प्रिंस चार्ल्स कितने ताकतवर पुरुष है । जो ब्रिटेन के प्रधानमंत्री से भी बड़े माने जाते हैं। ब्रिटेन ने जिन देशों में अपना चाबुक चलाया है। उस देश में जाने के लिए प्रिंस चार्ल्स को किसी की अनुमति , और ना ही किसी प्रकार के पासपोर्ट की जरूरत है वह कभी कभी किसी को बिना बताए जा सकती है । ब्रिटेन के इस शाही परिवार किसी भी अन्य ब्रिटिश सम्राट से ज्यादा तक ब्रिटेन में शासन किया है । आपको बता दें कि कि प्रिंस चार्ल्स साल 2022 से ब्रिटेन के महाराज का ओहदा संभाल रहे है। वैसे तो इंग्लैंड की करेंसी पाउंड है जिसमे एलिजाबेथ की फोटो लगी थी। लेकिन अब इसे धीरे धीरे बदलकर प्रिंस चार्ल्स की फोटो लगाई जा रही है। इसके अलावा कई ऐसे देश भी है जिनकी करेंसी में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की फोटो लगी थी। जिन्हे बदला जा रहा है। सोचिए जब प्रिंस चार्ल्स की मृत्यु होगी तो इंग्लैंड के साथ कई अन्य देशों की करेंसी पर फर्क पड़ेगा । ज्यादातर देश अपने मुद्रा पर अपने देश की किसी महान व्यक्ति की तस्वीर छापता है जैसे भारत में महात्मा गांधी, पाकिस्तान में मोहम्मद अली जिन्ना, बांग्लादेश में मुजीबुर्रहमान , अमेरिका में जॉर्ज वाशिंगटन । हर देश की करेंसी का अलग मूल्य होता है। लेकिन ब्रिटेन सबसे अलग है। ब्रिटेन में यह नियम है कि उस वक्त जो महान व्यक्ति जिंदा रहेंगे सिर्फ उसी की फोटो करेंसी में छपी रहेगी । एलिजाबेथ की मौत के बाद प्रिंस चार्ल्स महाराजा बनेंगे और फिर एलिजाबेथ की फोटो वाले नोट बदल दिए जाएंगे । और ऐसा ही हुआ। करेंसी बदलने पर ब्रिटेन में 200 मिलियन खर्च आएगा । इसका असर सिर्फ ब्रिटेन पर नहीं बल्कि अन्य देशों पर भी पड़ेगा। जैसे ऑस्ट्रेलिया , जिसकी मुद्रा ऑस्ट्रेलियन डॉलर है ऑस्ट्रेलिया पाउंड की शुरुआत 1910 में हुई थी । ऑस्ट्रेलियाई डॉलर आधिकारिक रूप से कंबोडिया , बोत्सवाना, गांबिया, न्यू कैले डोनिया , और ज़िम्बाब्वे में भी चलन है । इन देशों में पिछले साल से ही करेंसी पर प्रिंस चार्ल्स की फोटो लगनी शुरू हो गई है।
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